आज आप पढ़ने वाले हैं देश प्रेम पर आधारित एक बेहतरीन कहानी। यह कहानी देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है। यह कहानी लिखने का एकमात्र मकसद हमारा यह है कि बच्चों में देशभक्ति की भावना संचित हो और वह आगे जाकर भारत देश को आगे बढ़ाने के लिए अपना संपूर्ण योगदान दे सकें। अगर देशभक्ति की भावना हो तो छोटा से छोटा व्यक्ति देश की प्रगति में योगदान दे सकता है।
देश प्रेम की कहानी
एक समय की बात है , देश की सीमा के किनारे बसे एक गांव पर कुछ आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया और वहां लूट-पाट मचा दी। सैनिकों को सूचना मिली तो वह तुरंत ही उनसे निपटने कर लिए चल पड़े।
बरसात का मौसम था घनघोर वर्षा हो रही थी, इसके कारण छोटे-छोटे ताल-तलैया भी खूब विशालकाय नजर आ रहे थे। छोटी सी नदी भी उफान मारती हुई बह रही थी जिसके कारण नदी पर बने पुल टूट गए थे। सैनिकों को वह नदी पार करनी थी मगर पार कैसे करते? सैनिकों ने सोचा कई प्रकार की युक्तियां लगाई किंतु वह पार पाने में असमर्थ रहे।
सैनिकों ने देखा कि पास में एक झोपड़ी है उस से सहायता मांगी जाए, सैनिक उस झोपड़ी में गए। उस झोपड़ी में एक महिला की थी जो दिनभर कार्य करती थी और अपनी झोपड़ी में रहती थी।
उस महिला के पास अन्य कोई साधन या घर नहीं था।
सैनिकों ने जब बात बताई कि आतंकवादी गांव पर कब्जा कर चुके हैं और हमें फौरन वहां पहुंचना है, इसके लिए यह नदी पार करने के लिए कुछ लकड़ियों की हमें आवश्यकता होगी जिसके कारण हम नदी को पार कर पाएंगे।
महिला ने पहले कुछ सोचा फिर कहा कि मेरी झोपड़ी मैं दोबारा बना लूंगी आपको जितने भी लकड़ी मेरी झोपड़ी से चाहिए निकाल लीजिये। महिला की इस भक्ति से सैनिक गदगद हो गए और यथा शीघ्र ही नदी पर एक पुल का निर्माण किया गया, जिससे सभी सैनिक नदी के पार उतर गए। महिला के इस देश भक्ति की सराहना जितनी करें उतनी ही कम है।
सैनिक जल्दी ही उस गांव पर पहुंच गए जहां आतंकवादियों ने कब्जा किया हुआ था। सैनिकों ने काफी देर की मशक्कत के बाद आतंकवादियों को मार गिराया और कुछ भाग गए जिससे अपने देश में आए हुए संकट को उन्होंने बहादुरी से टाल दिया और दुश्मनों को सबक सिखाया।
नैतिक शिक्षा –
- देश प्रेम और देश भक्ति से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
- देश है तो हम है, ऐसा मानकर देश की सेवा करनी चाहिए।
- अगर व्यक्ति को देश भक्ति का मौका मिले तो उसे जरूर अपना देश प्रेम दिखाना चाहिए |
- यही सर्वथा उचित है और धर्म भी यही है |
सेना की बहादुरी
सावन का खूबसूरत महीना उमस और तपन से राहत देने के लिए आ गया था। पूरा देश सावन में रिमझिम फुहारों का आनंद ले रहा था, वहीं सेना को अपनी राष्ट्र सेवा में तत्परता से तैनात होना था। अचानक झमाझम बारिश आ गई, सभी साथी बारिश से बचने और अपने हथियारों को छुपाने का प्रयत्न कर रहे थे ताकि उनके हथियार बारिश में भीगना जाए।
तभी सेना के एक जवान को नजदीक में कुटिया नजर आई जो खेतों के बीच में टूटी-फूटी अवस्था में थी। सोचा शायद वहां आश्रय मिल जाए इस विचार से अपने हथियारों के साथ वहां पहुंच गए।
झोपड़ी में पहुंचने के बाद एक कादरी मिला जो किसी कार्य में व्यस्त था। कादरी ने सैनिकों को बैठने के लिए कहा और भीतर छोटे से कोने में रखे मटके से पानी लाने गया। सैनिकों को कुछ अटपटा लगा दूर से देखने पर यह झोपड़ी विरान और टूटी फूटी लग रही थी। यहां व्यक्ति का होना आश्चर्य की बात थी। सभी सैनिक कुछ गड़बड़ हो सकता है यह जानकर सतर्क हो गए।
कादरी ने सभी सैनिकों को पानी पिलाया और उन्हें अपने हथियार ढकने के लिए एक त्रिपाल दिया।
कादरी के चेहरे पर शिकन थी और शायद थोड़ा घबराया हुआ था। वह जाकर एक कोने में नमाज की मुद्रा में आसन जमा लिया। एक सैनिक खड़ा होकर बाहर की बारिश पर नजर जमाने लगा, तभी उसके जूतों के चोट से जमीन में खोल होने का आभास हुआ। नीचे झुक कर जायजा लिया तो वहां से एक सुरंग होने का पता चला।
सभी सैनिकों ने अपने हथियार संभाल लिया और कादरी को हिरासत में ले लिया।
पूरी सतर्कता के साथ जब सुरंग का मुआयना किया गया तो वहां कुछ और आतंकवादी निकले, जो किसी बड़ी साजिश की फिराक में थे। यह सुरंग भीतर ही भीतर कहीं और कुटिया से जुड़े हुए थे जो गुप्त आतंकी गतिविधियों के लिए प्रयोग किए जाते थे। सेना की इस बहादुरी से आतंकवादियों का एक पूरा गिरोह पकड़ा गया जिसके तार विदेशी संगठनों से भी जुड़े हुए थे। सेना की बहादुरी से देश में होने वाला कोई बड़ा खतरा टल गया।
यह भी पढ़ें
Hindi stories for class 1, 2 and 3
Moral hindi stories for class 4
Best Motivational story in hindi for students
3 Best Story In Hindi For kids With Moral Values
Hindi panchatantra stories पंचतंत्र की कहानियां
5 Famous Kahaniya In Hindi With Morals
3 majedar bhoot ki kahani hindi mai
Hindi funny story for everyone haasya kahani
Guru ki mahima hindi story – गुरु की महिमा
Jitiya vrat katha in hindi – जितिया व्रत कथा हिंदी में
कृपया अपने सुझावों को लिखिए | हम आपके मार्गदर्शन के अभिलाषी है |
निष्कर्ष
देशभक्ति सर्वोपरि होती है, उपरोक्त कहानी को पढ़कर हमने देशभक्ति के मर्म को जाना। किसी भी व्यक्ति के लिए पहले राष्ट्र होना चाहिए उसके बाद कुछ और। राष्ट्र है तभी कुछ और संभव है, चाहे वह घर परिवार हो या कुछ अन्य। जिस व्यक्ति में राष्ट्रभक्ति की भावना नहीं होती, वह व्यक्ति कभी घर परिवार या समाज की सेवा नहीं कर सकता। वह स्वार्थी प्रवृत्ति का होता है।
आशा है उपरोक्त लेख आपको पसंद आया हो, अपने सुझाव विचार कमेंट बॉक्स में लिखें जिससे हम लेख को और सुधार सकें।
Thanku soo muchh hindivibhag i got a large helpp
It is good to know that our content helped you.
Thanks a lot it helped me a lot
Thank You You Helped Me Alot And I Did My Hindi Project Thank You
Your appreciation is motivational for our writers. Stay connected with our site to get new stories and helpful articles.
यह कहानी मेरे दिल को छू गई और इसके लिए मैं आपको दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा. वाकई में आप कहानी बहुत अच्छा लिखते हैं खास करके देश प्रेम की कहानी आपने बहुत बढ़िया लिखी है
Thnanks, it helped me a lot. Please upload more patriotic stories in Hindi.
Aapka pura naam kya hai
Mera naam bhi Kushagra hai
Thank u Hindivibhag it helped me so much i completed my project also
Thanks from this motivational story .I got my sppech for 15th August 2022 program.Thanks