हनुमान जयंती को हनुमान प्रकटयोतस्व, जन्मोत्सव आदि के रूप में मनाया जाता है। हनुमान जी एकमात्र ऐसे देवता हैं जो आज भी पृथ्वी पर श्री राम जी की आज्ञा से उपस्थित हैं। अपने भक्तों को बुद्धि, बल, विद्या प्रदान करना हनुमान जी का परम उद्देश्य है। उन्हें हर एक प्रकार के विभिन्न बाधाओं से बचाकर सफलता के शिखर पर पहुंचाना ही राम आज्ञा का पालन है। जो भक्त प्रतिदिन हनुमान जी का स्मरण करता है उनका जाप करता है उन्हें हनुमान जी की भक्ति प्रदान होती है। प्रस्तुत लेख में आप हनुमान जयंती से संबंधित लेख पढ़ेंगे।
Hanuman jayanti Quotes in hindi
1.
जय मां अंजनी के लाल
तेरी लीला बड़ी कमाल।
2.
जो अपने चित्त में सदैव हनुमान जी का स्मरण करता है
वह परमपिता परमेश्वर की अनुकंपा से
हनुमान जी की भक्ति को पाता है।
3.
धैर्य पूर्वक जो अपने स्वामी की सेवा करता है
उस पर विधाता भी प्रसन्न रहता है।
4.
स्वर्ग से देवता भी जिसका
अभिनंदन करते हैं
उन बजरंगी का
हम वंदन करते हैं।
5.
राम कार्य हेतु जिसने अपना
जीवन समर्पित किया
उस भक्त हनुमान को
हमने अपना हृदय दिया
हनुमान जयंती की
कोटि-कोटि शुभकामनाएं।
Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics आरती कीजै हनुमान लला की
6.
भूत पिशाच निकट नहीं आवे
महावीर जब नाम सुनावे।
7.
सकारात्मक भाव और प्रबल भक्ति से
हनुमान को प्राप्त किया जा सकता है।
8.
हनुमान जी के भक्ति में चमत्कारी शक्ति है
जो हनुमान जी की भक्ति में लीन हो जाता है
वह दुनिया के भव बाधा से मुक्त हो जाता है।
God Quotes in Hindi ( भगवान जी के सुविचार )
9.
संतों की संगति परम सुखदाई है
जिसके गवाह स्वयं रघुराई है।
10.
दुर्भाग्य को भी सौभाग्य में बदल दे
ऐसी शक्ति मां अंजना के लाल की है।
मां अंजना के लाल की जय।
11.
तुम हो ज्ञान बल बुद्धि के दाता
तुम हो जगत के पालनहार
दीन दुखियों की रक्षा करते
असुरों का तुम करते संहार।
12.
सपने में तो रोज मिलता हूं
एक बार साक्षात दरस दे जाना
दास के घर आकर हनुमत
घर को स्वर्ग बना जाना।
13.
कोई महान कार्य नहीं हो पाता
जो तुम्हारा आशीर्वाद न मिल पाता।
14.
मेरे मस्तिष्क की कल्पनाओं को
तुम ही साकार करते हो
मेरे हिम्मत को बढ़ाकर
तुम मेरा नाम कराते हो।
15.
कदम कदम पर हाथ थामे रखना
वरना मैं बिखर जाऊंगा
तुम्हारी भक्ति के बिना भगवन
मैं न जाने किधर चला जाऊंगा।
Hanuman Jayanti कहाँ और क्यों मनाते है
चैत्र मास में शुल्क पक्ष के पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती का विशेष त्यौहार मनाते है. यह त्यौहार मार्च-अप्रैल के महीने में आता है. इस हनुमान जयंती में राज योग के साथ ही शुक्र राशी में उच्च का जिसके सूर्य के साथ युति रहेगी. दुसरे स्थान पर मेष राशी का मंगल शुभ फलदायी होगा.
हनुमान जयंती हिन्दुओ का त्यौहार है. आज के ही दिन भगवान् हनुमान का जन्म हुआ था. वैसे हनुमान जी के जन्म पर कई मतभेद है. कुछ लोग हनुमान जी का जन्मतिथि कार्तिक कृष्ण चतुदर्शी मानते है तो कुछ चैत्र शुक्ल के पूर्णिमा के दिन. ग्रंथ में दोनों ही दिनों का उल्लेख मिलता है. मगर इन दोनों जन्मतिथि में भिन्न्ता है. पहला जन्मदिवस है और दूसरा अभिनन्दन महोत्सव.
Best 20+ Tuesday Quotes in Hindi
हनुमानजी की जन्म कथा
माता अंजनी के गर्भ से हनुमान जी उत्पन्न हुए। भूखे होने के कारण वे आकाश में उछल गये और उदय होते हुए सूर्य को फल समझकर उसके समीप चले गये। उस दिन पर्व तिथि होने से सूर्य को ग्रसने के लिए राहू आया था। मगर हनुमान जी को देखकर उसने उन्हें दूसरा राहू समझा और भागने लगा। तब इंद्र ने हनुमान जी पर व्रज का प्रहार किया, इससे इनके ठोड़ी टेढ़ी हो गई जिसके कारण उनका नाम हनुमान पड़ा।
हनुमान जी की पूजा विधि और व्रत
हनुमान जयंती के दिन विशेष पूजा आराधना किया जाता है और व्रत भी रखा जाता है, साथ ही मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाकर हनुमान जी का विशेष श्रृंगार किया जाता है। पुराणों में कहा गया है की हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए शनिदेव को शांत करना चाहिए। जब हनुमानजी ने शनिदेव का घमंड तोड़ा था तब शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया की उनकी भक्ति करने वालो की राशी पर आकर भी वे कभी उन्हें पीड़ा नहीं देंगे।
कन्या राशी, तुला, वृश्चिक, कर्क, मिन राशीवालो को हनुमान जयंती पर विशेष आराधना करनी चाहिए।
Hanuman Jayanti Mantra
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की विशष पूजा होती है. वैसे हर मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर गुड और चने का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। हनुमान जी को सिंदूर का लेप लगाना चाहिए। उस प्रसाद को वही मंदिर में बाँट देना चाहिए। हर सुबह इस मंत्र का जाप करे, यह मंत्र आपको बार-बार परेशानी और कार्य में रुकावट को दूर करती है यह मंत्र है –
आदिदेव नमस्तुभ्यम स्प्त्सप्ते दिवाकर
त्वं रवे तारय स्वस्मानस्मातसंसार सागरात
इस मंत्र का जाप करने से रोज के कार्यो में रुकावट नहीं आती और काम सफल होता है।
बजरंग बलि, हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का रोजाना पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते है। हर रोज या प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। श्रीरामचरितमानस के सुंदर कांड का पाठ करने से हनुमान जी बहुत जल्द प्रसन्न होते है और मनोवांछित फल प्रदान करते है।
पुराणों के अनुसार अपने मनोकामना की पूर्ति के लिए हर रोज रात के समय हनुमानजी के सामने तेल का दीपक जलाना चाहिए। सूर्यास्त के बात दीपक जलना ज्यादा लाभदायक होता है। इसके लिए मिट्टी के दीपक का ही प्रयोग करना चाहिए। उस दीपक में सरसों को तेल डालने के बाद हनुमान जी के मंत्रो का जाप करते हुए दीपक जला दे।
Read more festival related posts-
Motivational Ramana Maharshi quotes in Hindi
Friendship Day Quotes in Hindi
Attitude quotes, status, shayari
Hindi Inspirational quotes for everyone
Motivational Hindi quotes for students to get success
15 Great Hindi quotes on life for success
Hindi quotes full of motivation for fast success in life
समापन
हनुमान जी को कलयुग का एकमात्र देवता माना गया है, जो पृथ्वी पर उपस्थित हैं। वह रामाज्ञा से जगत का कल्याण करते हैं अपने भक्तों का उपकार करते हैं। जो भक्त नियमित भक्ति भाव से हनुमान जी का स्मरण मात्र करता है, उसका सभी कार्य सफल हो जाता है। हनुमान जी भगवान शिव के रूद्र अवतार है। वह राम काज के निमित्त त्रेता युग में मां अंजना तथा भगवान पवन के पुत्र बने। उन्होंने दिव्य शक्तियों के कारण सदैव साधु-संतों का उपकार किया। भक्तों की रक्षा की कथा राम काज कर भक्ति लाभ प्राप्त की जो भक्त श्रद्धा पूर्वक उनकी तथा श्री राम जी की भक्ति करता है उन पर हनुमान जी अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
आपके द्वारा लिखे गए सुविचार बहुत ही महत्वपूर्ण है। जानकारी साझा करने की लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।