राष्ट्रपति भवन
राष्ट्रपति भवन भारत के महामहिम राष्ट्रपति का सरकारी निवास है। इसे मशहूर अंग्रेज वास्तुकार सर एडविन लुटियंस ने कल्पित कर प्रारूप दिया था। राष्ट्रपति भवन की प्रभावशाली इमारत इसके विशाल आकार और 330 एकड़ जमीन की सुंदर उपयोगिता के लिए मशहूर है। इस इमारत में इंग्लैंड , ग्रीस , रोम , भारत एवं अन्य देशों की वास्तुकला का सुंदर सम्मिश्रण देखने को मिलता है। वह ज्यादातर रोमन वास्तुकला पर आधारित है। रायसीना की पहाड़ी पर बना यह भवन पहली बार 1929 में निवास के लिए उपयोग में लाया गया।
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इस भवन में पूर्व की तरफ सीढ़ियों पर चढ़ने के बाद ही मंडप में पहुंचा जा सकता है। इसका दरबार हॉल अत्यंत प्रभावशाली है जिसका गुबंद बौद्ध स्तूप से मिलता है। इसमें कई राज्यश्री दरबार और कमरे हैं। दरबार हॉल और अशोक हॉल अनेक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय समारोह और सभाओं का स्थान है। इस भवन में कुल 340 कमरे हैं।
राष्ट्रपति भवन के बाहर पत्थर का बना जयपुरी स्तंभ है। जिसे महाराजा जयपुर ने बनवाया था। राष्ट्रपति भवन के पश्चिम में प्रसिद्ध मुगल बाग अपने शानदार पेड़ों – पौधों के संग्रह के लिए मशहूर है।
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