भाव या अनुभूति | आचार्य रामचंद्र शुक्ल | ramchandr shukl
ramchandr shukl hindi notes in details भाव या अनुभूति (आचार्य रामचंद्र शुक्ल) आचार्य शुक्ल के अनुसार मानव की मूल अनुभूतियाँ दो है सुख तथा दुःख। भाव या मनोविकार की परिभाषा देते हुए लिखते हैं “नाना विषयों के बोध का विधान होने पर ही उनसे सम्बन्ध रखने वाली इच्छा की अनेकरूपता भिन्न -भिन्न अनुभूति भाव …