हिंदी नाटक का विकास। Bhartendu । भारतेन्दु। प्रसाद , द्विवेदी युगीन नाटक | jayshankar prsaad
भारत में हिंदी नाटक का विकास आधुनिक युग में हुआ भारतीय नाट्यकारों ने नाटक के माध्यम से जन सामान्य को जागरूकता के लिए प्रयोग किया। यह दृश्य काव्य होने के कारण जन सामान्य किस विधा से अधिक जुड़ पाए। आधुनिक नाट्यकारों ने हिंदी नाटक को एक नया आयाम दिया। आज के लेख में हम नाटक …