छन्द विवेचन – गीत ,यति ,तुक ,मात्रा ,दोहा ,सोरठा ,चौपाई ,कुंडलियां ,छप्पय ,सवैया ,आदि
छन्द विवेचन की पूरी जानकारी – गीत ,यति ,तुक ,मात्रा ,दोहा ,सोरठा ,चौपाई ,कुंडलियां ,छप्पय ,सवैया ,आदि। स्वभावतः मनुष्य अपनी अनुभूतियों को , संवेदनाओं को और विचारों को परस्पर बांटना चाहता है। वह उनके स्वास्फूर्त भावों और विचारों को दूसरों तक पहुंचाना चाहता है , और दूसरों के भावों एवं विचारों को जानना चाहता है। …