शब्द और पद में अंतर। उपवाक्य
शब्द और पद में अंतर
साधारण बोलचाल की भाषा में ‘ शब्द ‘ और ‘ पद ‘ में अंतर नहीं माना जाता , परंतु ‘ व्याकरण ‘ तथा ‘ भाषाविज्ञान ‘ की दृष्टि से दोनों में अंतर माना जाता है। सार्थक ध्वनि समूह को ‘ शब्द ‘ कहा जाता है। शब्द को जब वाक्य में प्रयोग करते हैं , तब उसे ‘ पद ‘ कहा जाता है। जब शब्द वाक्य की आवश्यकता के अनुसार अपने रूप में वाक्य में प्रयुक्त होता है तो उसे ‘ पद ‘ या ‘ रूप ‘ कहते हैं।
उपवाक्य
जब दो या अधिक सरल वाक्यों को मिलाकर एक वाक्य बनाया जाता है , तो उस एक वाक्य में जो वाक्य मिले होते हैं , उन्हें उपवाक्य कहा जाता है। यह मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं –
१ प्रधान उपवाक्य – जो वाक्य किसी अन्य वाक्य पर आश्रित नहीं होते उन्हें प्रधान उपवाक्य कहा जाता है।
२ आश्रित उपवाक्य – जो वाक्य गुण तथा दूसरे के आश्रित हैं उन्हें आश्रित उपवाक्य कहा जाता है।
उदाहरण के लिए –
‘ वह लड़की चली गई जो शॉर्ट स्कर्ट पहनी हुई थी ‘
उपरोक्त वाक्य में ‘ वह लड़की चली गई ‘ प्रधान वाक्य है।
‘ जो शॉर्ट स्कर्ट पहनी थी ‘ आश्रित उपवाक्य है।
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