यशोधरा मैथलीशरण गुप्त की नारी भावना maithili sharan gupt ki nari bhavna
यशोधरा मैथिलीशरण गुप्त की कालजई रचना है इसके माध्यम से गुप्ता जी ने नारी के भावनाओं को उद्घाटित किया है। उनके त्याग और समर्पण के अद्वितीय भाव को उकेरने का प्रयास किया गया है। पुरुष प्रधान समाज में नारी के त्याग को नजरअंदाज किया गया था, जिसे गुप्तजी ने अपने साहित्य में प्रधान बना दिया। …